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"आजीवन से सीख" ज़िंदगी महत्व है जब-तक जिंदगी है ,खुले हवाओं के साथ जी लो ना जाने …
*शायरी* क्या? ख्वाहिश रखी थी मेरी यादों में क्यों? छोड़कर चली गयी अपनी ही ज़माने में हर ज…